➡️ रोगी
का नाम- श्री सुभाष प्रताप सोनकर
उम्र- ६८ वर्ष
निवासी- जौनपुर (उ.प्र.)
➡️ वह एक सेवा निवृत्त पुलिस इन्सपेक्टर
हैं, वजन- ६६.१ किलो ग्राम, समस्या- ३२ साल से मधुमेह और १ साल से थायराइड
की समस्या। अंग्रेजी दवायें चलती रहीं, अब डॉक्टरों ने डायलेसिस की सलाह दी। पैरा में सूजन, चलने में साँस फूलना, भूख न लगना, दिल का धड़कना।
➡️ आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूट की ओपीडी में- ९ अगस्त २०२० को आये, जाँच करायी तो यूरिया १४४.९, क्रिटनीन ५.९ आदि। उन्हें आश्वस्त किया गया और २ सप्ताह के लिए आईपीडी (भर्ती) किया गया। पंचकर्म और औषधियाँ दी गयीं। पथ्य दिया गया।
➡️ १४ अगस्त २०२० को जाँच करायी तो यूरिया १४४.९ से घटकर १२४.३ और क्रिटनीन ५.९ से घटकर ५.४ हो गया, अन्य पैरामीटर भी घट गये। इन्सपेक्टर साहब का परिवार प्रसन्न हो गया।
➡️ २१ अगस्त २०२० को जाँच करायी गयी तो यूरिया १०९.८ और क्रिटनीन ४.८ हो गया। अब डायलेसिस की जरूरत तो नहीं रह गयी और पूरी उम्मीद है आगे २-३ सप्ताह में यूरिया, क्रिटनीन सामान्य आ जायेगा। ऐसे आते हैं परिणाम विधिवत् आयुष चिकित्सा के।
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