क्या ये सही नहीं है !!
किडनी और हृदय रोगों की चिकित्सा आयुष में बहुत ही उत्कृष्ट है, ऐसे रोगी जिनकी अंग्रेजी दवा खाते - खाते शरीर की जीवनीय शक्ति और व्याधिक्षमत्व शक्ति पूरी तरह से नष्ट हो जाती है ऐसे रोगियों को आयुष चिकित्सा बहुत ही परिणामोत्पादक, प्रभावशाली और जीवनदायिनी है, किन्तु लोगों में जागरूकता का आभाव है जन - जन को इसका प्रचार करना चाहिए। आज अंग्रेजी इलाज की स्थिति यह है कि पहले एक गोली से इलाज शुरू होता है धीरे-धीरे वह हार्ट, किडनी, लिवर का रोगी बन जाता है और फिर, कभी भी बन्द न होने वाली दवाओं का सिलसिला चलने लगता है। जबकि आयुष चिकित्सा में दवायें धीरे-धीरे घटते-घटते बिल्कुल बन्द हो जाती हैं। ऐसे में आप सभी का पावन कर्तव्य बनता है कि पीड़ित मानव का सही मार्गदर्शन करें और उन तक जानकारी पहुँचायें, ताकि ऐसे पीड़ित मानव का कल्याण हो सके और लोग अंग्रेजी दवाओं के जाल से बच सकें ।
संस्थाध्यक्ष, आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूटधाम (उ.प्र.) २१०२०५
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श्री सत्य प्रकाश पाण्डेय जी |
मेरी उम्र ७०
साल है, मैं किसान हूँ मुझे अचानक २०१६ में घुटने में दर्द शुरू हुआ जिसमे डॉक्टर
ने दर्दनाशक दवाएं दीं। दवा खाते – खाते कुछ दिन बाद पेट में दर्द शुरू हुआ और उसी
के चलते मुझे उल्टी होना शुरू हो गई कुछ समय तक देवरिया में डॉक्टर गिरीश नारायण
गुप्ता को दिखाया,काफी लम्बे समय तक अंग्रेजी दवायें चलीं, अंग्रेजी दवाएं खाते –
खाते शारीरिक स्थिति खराब होती गयी। देवरिया में ५-६ डॉक्टरों को दिखने के बाद अंत
में डॉक्टरों ने गोरखपुर के लिए रिफर कर दिया तब स्तिथि बहुत ज्यादा गंभीर हो गयी
थी।
मुझे मेरा बेटा ३ दिसम्बर २०१७ में
गोरखपुर श्री गोरखनाथ चिकित्सालय में डॉक्टर शशांक ओझा को दिखाया, उन्होंने २०
डायलेसिस कर दीं। डायलेसिस के बिना शरीर बिल्कुल बेकार जैसा हो गया था। तभी मुझे
आयुष ग्राम चिकित्सालय, चित्रकूट के बारे में पता चला. पर अब समस्या यह थी कि कमाई
हुई धनराशि पूरी डायलेसिस में ही लग गयी थी, खेती, भैंस सब डायलेसिस के लिए बेचना
पड़ा फिर भी हम २७ दिसम्बर २०१७ को चित्रकूट पहुंचे, वहां पर मेरा रजिस्ट्रेशन
करवाया गया फिर नंबर आने पर डॉ. वाजपेयी जी के पास बुलाया गया, उन्होंने देखा और
मेरे बेटे से कहा, परेशान न हों आपको ३-४ सप्ताह तक रखकर डायलेसिस से मुक्त कर
लेंगे।
हम आयुष ग्राम चिकित्सालय, चित्रकूट
में रह गये खून की जांच हुई- यूरिया, क्रिटनीन बाधा पाया गया. प्रतिदिन डॉक्टर्स,
नर्सेज राउंड पर आते देखते और पंचकर्म चिकित्सा लिखते। सुबह – शाम पंचकर्म शुरू हो
गया, कई प्रकार की थेरेपी दी जाती, जो बहुत ही आरामदायक थी न कहीं चीड़ – फाड़, न
इंजेक्शन, न रोना – चीखना।
१० जनवरी २०१८ तक में मुझे कोई
डायलेसिस की आवश्यकता ही नहीं पड़ी।धीरे – धीरे यूरिया, क्रिटनीन सब नार्मल हो गया
और अब मुझे इलाज करवाते ३ साल हो गये पूरी तरह ठीक हूँ। समय – समय पर चित्रकूट
जाकर चेक - अप कराता हूँ और दवा थोडा बहुत ले आता हूँ।
यह सब भगवान चित्रकूटधाम के कामतानाथ
जी और प्रभु श्री राम की कृपा थी तभी उन्होंने अपने धाम बुलाकर हमे रास्ता दिखाया,
नहीं तो पिता जी तो चले ही जाते और धन भी चला जाता।
मैं और मेरा
पूरा परिवार इस आयुष चिकित्सा का कोटि कोटि आभार व्यक्त करता है क्यों कि जहाँ
अंग्रेजी डॉक्टरों ने हमेशा डायलेसिस में जीवित रहने को बोला था वहीँ आज ३ साल से
बिना डायलेसिस व अंग्रेजी दवाओं से मैं पूर्णत: स्वस्थ हूँ ।
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी एक प्रख्यात आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। शास्त्रीय चिकित्सा के पीयूष पाणि चिकित्सक और हार्ट, किडनी, शिरोरोग (त्रिमर्म), रीढ़ की चिकित्सा के महान आचार्य जो विगड़े से विगड़े हार्ट, रीढ़, किडनी, शिरोरोगों को शास्त्रीय चिकित्सा से सम्हाल लेते हैं । आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूटधाम, दिव्य चिकित्सा भवन, आयुष ग्राम मासिक, चिकित्सा पल्लव और अनेकों संस्थाओं के संस्थापक ।
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
डॉ. अर्चना वाजपेयी
डॉ. अर्चना वाजपेयी एम.डी. (मेडिसिन आयु.) में हैं आप स्त्री – पुरुषों के जीर्ण, जटिल रोगों की चिकित्सा में विशेष कुशल हैं । मृदुभाषी, रोगी के प्रति करुणा रखकर चिकित्सा करना उनकी विशिष्ट शैली है । लेखन, अध्ययन, व्याख्यान, उनकी हॉबी है । आयुर्वेद संहिता ग्रंथों में उनकी विशेष रूचि है ।
आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट द्वारा संचालित
आयुष ग्राम चिकित्सालय:, चित्रकूट
मोब.न. 9919527646, 8601209999
website: www.ayushgram.org
डॉ मदन गोपाल वाजपेयी आयुर्वेदाचार्य, पी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी., साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि (आयुर्वेद), एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत), एल-एल.बी. (B.U.)
प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
डॉ अर्चना वाजपेयी एम.डी.(कायचिकित्सा) आयुर्वेद
डॉ परमानन्द वाजपेयी आयुर्वेदाचार्य
डॉ आर.एस. शुक्ल आयुर्वेदाचार्य
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