जानकारी सभी तक पहुँचायें-
अभी तक एलोपैथिक अस्पताल हार्ट रोगियों को केवल बाईपास सर्जरी या स्टेंट का ही विकल्प देते थे, किन्तु अब आयुष ग्राम ट्रस्ट की आयुष कार्डियोलॉजी, बिना ऑपरेशन बिना स्टेंट हार्ट रोगियों को अच्छा समाधान प्रदान कर रही है। आप सभी का पावन कर्तव्य बनता है कि इस बात की जानकारी जन-जन तक तक पहुँचायें। यदि हम आप सबके सहयोग से हार्ट रोगियों को बाईपास या स्टेंट से बचा ले जाते हैं तो मानव की बहुत बड़ी सेवा होगी। क्योंकि स्टेंट और बाईपास सर्जरी के बाद भी मौतें हार्ट अटैक से हो रही हैं। जबकि आयुष कार्डियोलॉजी से उपचारित एक भी रोगी की मौत हार्ट अटैक से नहीं हुयी। आप सभी के सहयोग से देश के सभी लोगों को बाईपास सजरी या स्टेंट से बचाया जा सकता है।
संस्थाध्यक्ष, आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूटधाम (उ.प्र.) २१०२०५
Evidence based treatment (वैज्ञानिक प्रमाण युक्त चिकित्सा)
मुझे २ साल पहले सीने में
धीरे-धीरे दर्द होना शुरू हुआ, मैं ऐसे ही दर्द की अंग्रेजी दवा खा लेता था, फिर एक दिन अचानक बहुत तेज दर्द उठा तो वहीं फतेहपुर में
मेरा लड़का लेकर गया, फतेहपुर के
डॉक्टर ने मुझे देखा, समस्यायें
पूछीं और सिर्फ ५-६ दिन की अंग्रेजी दवायें दीं और घर भेज दिया। फिर २ दिन
की अंग्रेजी दवायें खा पाये कि अचानक एक दिन खड़े होने से गिर गये और बेहोश हो गये, फिर मुझे फतेहपुर के ही दूसरे हॉस्पिटल ले जाया गया, फतेहपुर के डॉक्टर ने कानपुर के लिए रिफर कर दिया, मुझे कानपुर के कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल ले जाया गया, वहाँ पर एंजियोग्राफी करवायी गयी, एंजियोग्राफी आने के बाद डॉक्टर ने हार्ट में ब्लॉकेज की
समस्या बताई और इसके पहले जब
बेहोश हो गये थे तो उसे हार्ट अटैक की समस्या बतायी, अब कहा कि आपको हार्ट की सर्जरी करानी होगी और कहा कि
बिना ऑपरेशन के ठीक नहीं हो सकते हैं, लेकिन मेरे पास ऑपरेशन के लिए इतने पैसे न होने के कारण मना
कर दिया। दूसरे डॉक्टर से पूछा कि क्या ऑपरेशन के बाद फिर हार्ट अटैक नहीं आयेगा
उन्होंने कहा कि आ सकता है और मेरे एक
जानकार की हार्ट अटैक से ही मौत हुयी थी जबकि वे पहले स्टेंट डलवाये थे फिर बाईपास
सर्जरी भी कराये थे।
तभी मेरे लड़के को फतेहपुर के ही एक
व्यक्ति के द्वारा जो अपना इलाज आयुष ग्राम
ट्रस्ट चिकित्सालय चित्रकूट से करवा रहे
हैं से पता चला।
तभी मेरा लड़का मुझे दूसरे दिन ही आयुष ग्राम ट्रस्ट के चिकित्सालय, चित्रकूट लेकर
पहुँचा। मेरा रजिस्ट्रेशन करवाया गया और फिर मेरा नम्बर आने पर मुझे हार्ट, किडनी, शिरो रोग और रीढ़ के रोगों की ओपीडी-२ में डॉक्टर वाजपेयी जी के पास बुलाया गया। उन्होंने मुझे देखा, नाड़ी देखी और सारी समस्यायें पूछीं और मैंने उन्हें अटैक व
ऑपरेशन की बात बतायी। उन्होंने समस्यायें सुनने के के बाद कुछ खून की जाँच करवाई, जाँच आने के बाद उन्होंने कहा कि आप परेशान न हों, आपको कोई ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी और न ही अब कभी अटैक
आयेगा। आपको १० दिन यहाँ रहकर हार्ट रोग की
पंचकर्म थैरेपी करवानी है। मैं १० दिन
के लिए रह गया, मेरा इलाज
हुआ। न कोई चीर-फाड़ न कोई इंजेक्शन। केवल आयुर्वेदीय चिकित्सा। इससे मुझे १० दिन में ही काफी आराम मिल गया फिर उन्होंने
१५ दिन की दवायें देकर घर भेज दिया।
अब मुझे १ माह की दवा खाते हो गये
अब मैं बिल्कुल आराम महसूस करता हूँ जो मुझे एक कदम भी चलने में श्वास फूलने लगती थी और अब बिना ऑपरेशन के और
अंग्रेजी दवायें भी सारी बन्द हो गयीं सिर्फ आयुर्वेदिक दवाओं से ही आज मेरी श्वास फूलना बिल्कुल बन्द
है। इससे मैं और मेरा पूरा
परिवार बहुत खुश है।
मैं तो कहता हूँ कि यदि कोई हार्ट रोग से परेशान है तो आयुष
चिकित्सा अपनाये।
त्रिमोहन सिंह
सातो जोग
धरमपुर,
जिला-
फतेहपुर (उ.प्र.)
आयुष ग्राम ट्रस्ट का उद्देश्य! हार्ट रोगियों की सेहत!!
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी एक प्रख्यात आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। शास्त्रीय चिकित्सा के पीयूष पाणि चिकित्सक और हार्ट, किडनी, शिरोरोग (त्रिमर्म), रीढ़ की चिकित्सा के महान आचार्य जो विगड़े से विगड़े हार्ट, रीढ़, किडनी, शिरोरोगों को शास्त्रीय चिकित्सा से सम्हाल लेते हैं । आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूटधाम, दिव्य चिकित्सा भवन, आयुष ग्राम मासिक, चिकित्सा पल्लव और अनेकों संस्थाओं के संस्थापक ।
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
डॉ. अर्चना वाजपेयी
डॉ. अर्चना वाजपेयी एम.डी. (मेडिसिन आयु.) में हैं आप स्त्री – पुरुषों के जीर्ण, जटिल रोगों की चिकित्सा में विशेष कुशल हैं । मृदुभाषी, रोगी के प्रति करुणा रखकर चिकित्सा करना उनकी विशिष्ट शैली है । लेखन, अध्ययन, व्याख्यान, उनकी हॉबी है । आयुर्वेद संहिता ग्रंथों में उनकी विशेष रूचि है ।
सरकार आयुष को बढ़ाये मानव का जीवन बचाये!!
सरकार को फिर से भारत में अंग्रेजी अस्पताल और अंग्रेजी मेडिकल कॉलेजों की जगह अच्छे और समृद्ध आयुष संस्थान खोलने चाहिए तथा उनसे पूरी क्षमता से कार्य लेना चाहिए। इससे भारत का मानव हार्ट के ऑपरेशन, छेड़छाड़ स्टेंट और डायलिसिस जैसी स्थितियों से बचकर और हार्ट को स्वस्थ रख सकेगा। क्योंकि हार्ट के रोगी पहले भी होते थे आज भी होते हैं और आगे भी होते रहेंगे। जिनका सर्वोच्च समाधान आयुष में है। आयुष ग्राम चित्रकूट एक ऐसा आयुष संस्थान है जहाँ ऐसे-ऐसे रस-रसायनों/ औषध कल्पों का निर्माण और संयोजन करके रखा गया है जो जीवनदान देते हैं। पंचकर्म की व्यवस्था एम.डी. डॉक्टरों के निर्देशन में हो रही है, पेया, विलेपी, यवागू आदि आहार कल्पों की भी पूरी उपलब्धता है इसलिये यहाँ के ऐसे चमत्कारिक परिणाम आते हैं।
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आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट द्वारा संचालित
आयुष ग्राम चिकित्सालय:, चित्रकूट
आयुष ग्राम चिकित्सालय:, चित्रकूट
मोब.न. 9919527646, 8601209999
website: www.ayushgram.org
डॉ मदन गोपाल वाजपेयी आयुर्वेदाचार्य, पी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी., साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि (आयुर्वेद), एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत), एल-एल.बी. (B.U.)
प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
डॉ अर्चना वाजपेयी एम.डी.(कायचिकित्सा) आयुर्वेद
डॉ परमानन्द वाजपेयी आयुर्वेदाचार्य
डॉ आर.एस. शुक्ल आयुर्वेदाचार्य
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