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श्रीमती उर्मिला मौर्या और उनके पति साहेब लाल मौर्या |
मेरी पत्नी श्रीमती
उर्मिला मौर्या, उम्र ५५ वर्ष को
दिसम्बर २०१८ में अचानक काम करते-करते बहुत तेज सीने में दर्द उठा, हाथों में फाटन
होने लगी, घबराहट, बेचैनी होने लगी।
मैं घबराकर जैसे-तैसे बनारस ले गया वहाँ पर डॉ.एस.के. सिंह ने देखा और दवा दी, फिर उन्होंने बनारस
के कृष्णा हार्ट केयर हॉस्पिटल के लिए रिफर कर दिया। मैं उन्हें लेकर कृष्णा हार्ट
केयर पहुँचा, उन्होंने
एंजियोग्राफी किया, रिपोर्ट आने के
बाद डॉक्टर ने हार्ट में तीन ब्लॉकेज बताये और तुरन्त ऑपरेशन के लिए कहा, मैंने पूरा खर्च
पूछा तो ४-५ लाख बताया। मेरे पास इतना पैसा न होने की वजह से मैं अपनी पत्नी को
बीएचयू ले गया और बीएचयू में भी जाँचे देखीं और तुरन्त ऑपरेशन के लिए बोले, लेकिन मैंने इतने
पैसे न होने के कारण ऑपरेशन न करवाने की बात कही तो बनारस (बीएचयू) के डॉक्टर बहुत
चिल्लाये और कहा कि अगर ऑपरेशन नहीं करवाओगे तो आपकी पत्नी को कभी भी हार्ट अटैक
से मर सकती है। मैं बहुत परेशान था कि क्या करूँ, मैं अपने को भी बेच दूँ तो मेरे पास इतने पैसे
नहीं हो पायेंगे, अत: मैं ३-४ दिन
की दवा लेकर अपनी पत्नी के साथ घर आ गया।
तभी मुझे मेरे ही
जान-पहचान के तेजप्रताप मैनपुर के वकील साहब यहाँ आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय की आयुष कार्डियोलॉजी चित्रकूट
में हार्ट का इलाज करा रहे थे और हमारे जौनपुर जिले के तमाम लोग यहाँ इलाज करा रहे
थे। मैं २-३ दिन में ही अपनी पत्नी और तेजप्रताप जी के साथ आयुष ग्राम (ट्रस्ट) की आयुष कार्डियोलॉजी, सूरजकुण्ड रोड, चित्रकूटधाम पहुँचा।
जब मेरी पत्नी
यहाँ पर आयी थी तब उनके सीने में दर्द बहुत था, हाथों में फाटन, पेट में गैस, भूख न लगना, घबराहट, बेचैनी हो रही थी और बहुत परेशान थी कि कहीं अटैक जैसी
समस्या न आ जाये।
मेरा पर्चा बना
और फिर मेरा नम्बर आने पर हार्ट, किडनी, रीढ़ चिकित्सा विभाग में डॉक्टर वाजपेयी जी के पास बुलाया
गया। उन्होंने सारी समस्यायें पूछीं और लिपिड की जाँच करवायी, जाँच आने के बाद
सारी रिपोर्ट्स देखी और कहा कि आप लोग परेशान न हों आपकी पत्नी बिल्कुल ठीक हो
जायेंगी, कोई ऑपरेशन नहीं
होगा।
पहले माह की
चिकित्सा से मेरी पत्नी की सारी अंग्रेजी दवायें बन्द हो गयीं और कोई ऑपरेशन नहीं
करवाना पड़ा। सीने के दर्द में आराम मिल गया, हाथों की फाटन हल्की कभी-कभी हो जाती थी बस।
मैं और मेरी पत्नी बहुत खुश हैं कि मेरी पत्नी ऑपरेशन से बच
गयीं। आज मेरी पत्नी को १०० प्रतिशत आराम है वह खूब अच्छे से घर का काम करती हैं, मेरे साथ खेत का भी काम करवा लेती हैं, कल उसने १ गाड़ी धान पछारे हैं।
मुझे २० जनवरी
२०१९ से आयुष ग्राम (ट्रस्ट)
की आयुष कार्डियोलॉजी चित्रकूट में इलाज कराते १० माह हो गये। मैं तो
सबसे यही कहता हूँ कि आयुष
ग्राम (ट्रस्ट), चित्रकूट तो हम गरीबों के लिए वरदान जैसा है। नहीं तो
मेरी पूरी खेती बिक जाती तब भी पत्नी को ठीक न करा पाता और यह भी बताता हूँ कि मैं
देखता हूँ जो स्टेंट और बाईपास सर्जरी कराये हैं वे काम ही नहीं कर पाते, जितना मेहनत मेरी
पत्नी कर लेती है। न साँस फूलती, न छाती में दर्द। खान-पान का परहेज, मेहनत करती है।
अब तो दवा बहुत कम हो गयी है। १-२ माह में दवा बन्द हो जायेगी। मैं तो कहता हूँ कि सभी गरीबों तक मेरी
बात पहुँचायें और हार्ट के रोगी ऑपरेशन से बचें यही मेरी भावना है।
साहेब लाल मौर्या
चुरामणिपुर
(बक्शा),
जिला-
जौनपुर (उ.प्र.)
ब्राह्मो
मुहूर्त उत्तिष्ठेत् स्वस्थो रक्षार्थमायुष:।।
अष्टांग हृदय सूत्र2/1।।
ब्रह्म
मुहूर्त में विस्तर छोड़ने वाले स्त्री पुरुष की मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य तथा
आयु की रक्षा होती है।

डॉ परमानन्द वाजपेयी आयुर्वेदाचार्य
मोब.न. 9919527646, 8601209999
website: www.ayushgram.org
डॉ मदन गोपाल वाजपेयी आयुर्वेदाचार्य, पी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी., साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि, एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत )
प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव
प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव
डॉ अर्चना वाजपेयी एम.डी.(कायचिकित्सा) आयुर्वेद
डॉ परमानन्द वाजपेयी आयुर्वेदाचार्य
डॉ आर.एस. शुक्ल आयुर्वेदाचार्य
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